रुड़की। नन्हे उर्फ चिकना को चोरी के आरोप में हरिद्वार पुलिस ने गिरफ्तार किया था। वह हरिद्वार जेल में विचाराधीन कैदी के तौर पर बंद था। हार्निया की परेशानी के चलते उसे उपचार के लिए हरिद्वार अस्पताल ले जाया गया था। जहां चिकित्सक ना होने के कारण ऑपरेशन के लिए 2 दिन पूर्व रुड़की सिविल अस्पताल लाया गया था। यहां आज उसका ऑपरेशन होना था।
बताया गया है कि सुबह करीब 8 बजे जब उसे ऑपरेशन के लिए ले जाया जा रहा था, तब वह ड्यूटी पर तैनात सिपाही से हथकड़ी छुड़वा कर भाग गया था। उसके भागने के बाद पुलिस ने चारों ओर तलाशी अभियान चलाया और अलग-अलग टीमें उसे पकड़ने के लिए लगाई गई थीं। विभिन्न स्थानों पर चैकिंग अभियान चलाया जा रहा था। फरार आरोपी को लक्सर जीआरपी ने चैकिंग के दौरान लक्सर स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया है। एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह ने बताया कि फरार कैदी को लक्सर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया गया है।
हरिद्वार की रोशनाबाद जेल के कैदी के अस्पताल से फरार होने की खबर से हड़कंप मच गया था। घटना के बाद उसकी काफी तलाश की गई थी। लेकिन वह कई घंटे बाद हाथ आया। घटना के बाद पुलिस अधिकारियों ने भी मौके पर पहुंचकर मामले की जानकारी ली थी। साथ ही पूरे जनपद की पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। पुलिस ने पूरे जिले में अलर्ट कर दिया था। शहर से लेकर देहात तक फरार विचाराधीन कैदी की तलाश की जा रही थी, लेकिन उसका कोई पता नहीं चल पाया था। पुलिस सिविल अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरे भी खंगाल रही थी। एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह ने बताया कि विचाराधीन कैदी नन्हे उर्फ चिकना पुत्र विश्राम सिंह त्रिमूर्ति रोड संजय नगर थाना बरादरी जनपद बरेली, उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। आखिर नन्हे की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने चैन की सांस ली।
जानकारी के मुताबिक हरिद्वार की रोशनाबाद जेल में बंद नन्हे पुत्र विश्राम सिंह (46 वर्षीय) चोरी के मामले में बंद है। पिछले कुछ समय से वह हार्निया की बीमारी से परेशान चल रहा था। हरिद्वार के सरकारी अस्पताल में ऑपरेशन की व्यवस्था नहीं होने के चलते उसे मंगलवार को रुड़की सिविल अस्पताल के लिए रेफर किया गया था। रुड़की के सिविल अस्पताल में उसका ऑपरेशन होना था। इसलिए उसे एक वार्ड में भर्ती किया गया था।इस वार्ड में उसकी निगरानी के लिए रोशनाबाद जेल के कांस्टेबल नवीन कुमार को लगाया गया था। गुरुवार की सुबह करीब 8 बजे विचाराधीन कैदी नन्हे अपने हाथ से हथकड़ी निकालकर वहां से फरार हो गया। इसी बीच कांस्टेबल को जब इसका पता चला तो उसके होश उड़ गए। आनन-फानन में उसकी तलाश की गई लेकिन कहीं कोई पता नहीं चल सका। घटना की सूचना गंगनहर कोतवाली पुलिस को सूचना दी गई।