कोरोना महामारी पर हाइ कोर्ट की फटकार के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत मे आया है, अब तक की गयी तैयारियो की समीक्षा के साथ टाइम बेस्ड प्रोग्राम तैयार किए गए है | गौरतलब है कि हाइ कोर्ट ने संभावित तीसरी लहर कि तैयारियो को लेकर सूबे के मुख्य सचिव स्वास्थ्य सचिव और पर्यटन सचिव को सवालो के घेरे मे खड़ा किया था |
उत्तरकाशी जनपद में कोरोना संक्रमण महामारी की तीसरी लहर की संभावना को लेकर जनपद में स्वास्थ्य विभाग द्वारा अपनी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। अंदेशा जताया जा रहा है कि कोविड की तीसरी लहर में सबसे ज्यादा बच्चे प्रभावित हो सकते हैं क्योंकि अभी तक बच्चों को कोविड वैक्सीनेशन नहीं लगायी गयी है।
तीसरी लहर से बच्चो को कैसे बचाए ?
मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 के0एस0 चौहान द्वारा बताया गया कि यद्यपि कोविड की दूसरी लहर धीमी हो चुकी एवं जनपद में पॉज़िटिव केसों की संख्या कम हो रही है किन्तु कोविड संक्रमण की तीसरी लहर आने की संभावना को दृष्टिगत रखते हुए बच्चों के सुरक्षा एवं बचाव हेतु जिला चिकित्सालय में 01 माह तक के बच्चों के लिये 05 रेडिएंट वार्मर, 01 माह से लेकर 02 साल तक के बच्चों के लिये एस0एन0सी0यू0 में 04 बेड व पीडेट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट में 08 बेड, 03 से 10 साल तक के बच्चों के लिये पीडेट्रिक वार्ड में 10 बेड ऑक्सिजन सहित एवं 10 से 18 साल के बच्चों के लिये आई0सी0यू0 में 08 बेड तैयार कर लिये गये हैं l
2 से 18 वर्ष तक के बच्चो के लिए अस्पताल मे व्यवस्था
इसके अतिरिक्त जिला चिकित्सालय में 200एल०पी०एम० का ऑक्सिजन प्लांट पूर्व में तैयार किया जा चुका है। साथ ही मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, चिन्यालीसौड़ एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, डुण्डा का भ्रमण कर, समस्त स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया। डा0 चौहान द्वारा बताया गया कि सामु0 स्वा0केन्द्र, चिन्यालीसौड़ में कोविड की तीसरी लहर की संभावना को देखते हुए 40 बेड निर्मित किये गये हैं l जिसमें से 10 बेड बच्चों के लिये हैं एवं 100एल०पी०एम० का आक्सीजन प्लांट का कार्य गतिमान है। सामु0स्वा0के0, पुरोला में कोविड हेतु 30 बेड, जिसमें से 04 बेड बच्चों के लिये एवं 01 लेबर रूम तैयार कर लिया गया है। साथ ही उनके द्वारा जानकारी दी गयी कि सामु0स्वा0के0 पुरोला एवं नौगांव में 300 एल०पी०एम० का आॅक्सीजन प्लांट निर्माण का कार्य गतिमान है।