डीएम उत्तरकाशी की मुहिम को अब उनके एसडीएम आगे बढ़ाने पर लगे हुए है, वही कभी नहीं सुधारने की थान चुके मोटी खाल वालों को न तो प्रससनिक कार्यवाही का डर दिख रहा है और न कोई सामाजिक प्रतिष्ठा का | तभी तो लगातार छापे के बाद भी कोई बिना सूचना के 11 दिन से तो कोई दो महीने से गैरहाजिर चल रहे है |
तहसील पुरोला व डुंडा में आज फिर औचक निरीक्षण। वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी सहित कई लिपकीय रहे कार्यालय से नदारद।
एसडीएम पुरोला सोहन सैनी एवं डुंडा आकाश जोशी द्वारा अपने अपने क्षेत्रांर्गत कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया गया। उप जिलाधिकारी डुंडा आकाश जोशी द्वारा खंड विकास अधिकारी कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। उपस्थिति पंजिका का अवलोकन किया गया जिसमें एक एडीओ पंचायत अनुपस्थित पाया गया। सम्बंधित कार्मिक का स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिए।
उधर उप जिलाधिकारी पुरोला सोहन सैनी द्वारा जल संस्थान, सिंचाई व विद्युत विभाग के कार्यालयों का निरीक्षण किया। जल संस्थान में एक कनिष्ठ सहायक, एक फिटर बगैर अवकाश स्वीकृत बिना 28 जुलाई से अनुपस्थित पाए गए। वहीं सिंचाई विभाग का एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी 19 जुलाई से अनुपस्थित पाया गया। जबकि वरिष्ठ सहायक दो माह से अनुपस्थित पाया गया। वरिष्ठ सहायक की पहले भी वेतन आहरण पर रोक लगी हुई है। विद्युत विभाग के एक डेटा एंट्री आपरेटर व एक दफादार अनुपस्थित पाए गए। उप जिलाधिकारी द्वारा अनुपस्थित सभी कार्मिकों के वेतन आहरण पर रोक लगाने की संस्तुति की गई है। उप जिलाधिकारी द्वारा बताया कि निरीक्षण के दौरान कार्यालय में साफ सफाई की व्यवस्था संतोषजनक पायी गई। सूचना का अधिकार सम्बन्धी पंजिका व अन्य पत्रावलियों व पंजिकाओं को अद्यतन करने के निर्देश सम्बंधित कार्मिकों को दिए गए है।
हैरानी की बात ये है कि अब तक की गयी कार्यवाही के बाद भी अपनी ड्यूटि से नदारद रहने वाले कर्मचारियो की सेहत मे कोई असर पड़ता नजर नहीं आ रहा है |