उत्तरकाशी : दफ्तर को ससुराल समझते है कुछ कर्मचारी ?- ताबड़तोड़ छापो से खुलासा

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उत्तरकाशी मे दैवी आपदा के दौरान अपने कार्य छोड़ कर मौज मस्ती कर रहे सरकारी कर्मचारियो पर डीएम की वक्र दृष्टि पड़ने के बाद जिले के जन्मपत्री के सभी 9 गृह भी वक्रीय हो गए  है | पूर्व मे डीएम के निरीक्षण के बाद  हुई कार्यवाही से भी कुछ कामचोर कर्मचारियो ने सबक नहीं सीखा | दरअसल डीएम के कार्यालय से लगे परिसर मे ही कर्मचारियो के नदारद रहने से ही प्रशासनिक चूक का अहसास हुआ तो डीएम मयूर दीक्षित ने सीडीओ और सभी एसडीएम को अपने अपने क्षेत्रो मे औचिक निरीक्षण के निर्देश दिये तो  परिणाम चौकने वाले थे |

विकास भवन समेत समस्त तहसील स्तर के विभागों का औचक निरीक्षण।

 कार्यालयों से नदारद रहने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों के ऊपर बड़ी कार्यवाही।

कारण बताओ नोटिस के साथ ही वेतन रोकने के निर्देश ।

          जनता से जुड़े कार्यों के प्रति उदासीनता व अपने कार्यों में लापरवाही बरतने वाले कार्मिकों की अब खैर नही है। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने मुख्य विकास अधिकारी एवं समस्त उप जिलाधिकारियों को अपने अपने क्षेत्रांर्गत स्थित विभिन्न कार्यालयों का औचक निरीक्षण करने के निर्देश दिए है। जन सामान्य के कार्यों के प्रति लापरवाह अधिकारी एवं कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए है।

            जिलाधिकारी के आदेशों के अनुपालन में आज मुख्य विकास अधिकारी श्री गौरव कुमार ने विकास भवन के विभागों का औचक निरीक्षण किया। जिसमें अवगत कराया गया कि सहायक निदेशक डेयरी व जिला युवा कल्याण अधिकारी अनुपस्थित पाए गए। दोनों अधिकारियों का एक दिन का वेतन रोकने के निर्देश दिए। स्वजल, आईसीडीएस, आलू एवं शाकभाजी, समाज कल्याण, पंचायती राज विभाग में सभी कार्मिक उपस्थित पाए गए। मुख्य विकास अधिकारी ने उपरोक्त सभी विभागों की उपस्थित पंजिका का अवलोकन किया। कार्यालय की साफ सफाई व्यवस्था को देखा, सूचना का अधिकार, सेवा का अधिकार, पत्रावलियों का विलम्बन की स्थिति, सीसीटीवी कैमरों की विद्यमानता आदि का गहनता के साथ निरीक्षण किया। उक्त सभी व्यवस्था दुरुस्त पायी गई।

        वहीं उप जिलाधिकारी भटवाड़ी देवेंद्र  नेगी द्वारा नगर पालिका परिषद बाड़ाहाट व मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय का औचक निरीक्षण किया गया। एसडीएम ने उपस्थिति पंजिका को चेक किया। जिसमें 25 नियमित कर्मचारियों में से 06  कार्मिक अनुपस्थित पाये गये। तथा 17 अनियमित कर्मचारियों में से 02 कार्मिक अनुपस्थित पाए गए।

 मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंर्तगत तैनात  कुल 15 कार्मिकों में से 04 अनुपस्थित पाए गए। सभी अनुपस्थित कार्मिकों के वेतन रोकने की संस्तुति की गई है। इसके अतिरिक्त सूचना का अधिकार से सम्बंधित पंजिका का अवलोकन किया गया जो अपडेट नही थी। लोक सूचना अधिकारी एवं सहायक लोक सूचना अधिकारी दोनों का स्पष्टीकरण तलब किया गया है।

        उधर बड़कोट में एसडीएम चतर सिंह चौहान द्वारा नगर पालिका बड़कोट एवं जल संस्थान कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। उपस्थित पंजिका का अवलोकन किया। जिसमें में 1-1 कार्मिक  अनुपस्थित पाए गए। दोनों के वेतन रोकने की संस्तुति की गई।

       एसडीएम पुरोला सोहन सैनी द्वारा लोक निर्माण विभाग,पीएमजीएसवाई, खंड विकास अधिकारी कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। लोक निर्माण विभाग में 17 कार्मिकों में से 2 कार्मिक अनुपस्थित पाए गए। बीडीओ कार्यालय में 2 मनरेगा के जेई उत्तरकाशी होना बताया गया। जिनका वेतन रोकने की संस्तुति की गई है। वहीं पीएमजीएसवाई कार्यालय में एक कम्यूटर आपरेटर दो माह से अनुपस्थित होना पाया गया। जबकि एक और अन्य कार्मिक अनुपस्थित पाया गया।  अनुपस्थित कार्मिको का वेतन रोकने की संस्तुति की गई है जबकि अधिशासी अभियंता लोनिवि व अधिशासी अभियंता पीएमजीएसवाई तहसील मुख्यालय से बाहर होना बताया गया। रिपोर्ट तैयार कर जिलाधिकारी को भेजी गई है। जलागम का भी एक कार्मिक अनुपस्थित पाया गया।

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