उत्तरकाशी : स्मैक के साथ पकड़ा गया बेटा तो पिता के सपने चकनाचूर – पढाई के लिए भेजा था देहरादून

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पुलिस की कस्टडी में खड़ा ये नौजवान किसी पिता के सपनो और माता की  उमीदो का आसरा है | माता – पिता ने खून पसीने के कमाई से पाई – पाई जोड़कर बच्चे को देहरादून भेजा कि उसका बेटा ऊँचे स्तर की  पढाई करके लौटेगा और उसका नाम रोशन करेगा | जब पुलिस ने उन्हें बताया कि आपका बेटा स्मैक के अवैध कारोबार में पकड़ा गया है तो माँ बाप पर क्या गुजरी होगी ?  हालाँकि पुलिस के सामने युवक यही कह रहा था कि उसने अनजाने में यहाँ काम किया है पर पुलिस पुरे साबुत जुटाने के बाद ही मुकदमा दर्ज कर रही है  

उत्तरकाशी

उत्तराखंड पुलिस के नशा मुक्ति अभियान के अनतर्गत उत्तरकाशी पुलिस को एक और सफलता हाथ लगी है | कोतवाली उत्तरकाशी पुलिस ने 7 ग्राम स्मैक के साथ एक युवक को गिरफ्तार किया है | गिरफ्तार युवक अक्षय कुमार पुत्र बहादुर सिंह पंवार लदाडी, जोशियाड़ा का रहने वाला है और देहरादून में पढाई कर रहा है |  मामले का खुलाशा करने के लिए टीम में सामिल प्रशांत राणा वीर सिंह चौहान और महिला दरोगा मनीषा नेगी को पुलिस कप्तान उत्तरकाशी ने दो हजार रु का पुरुष्कार देने के घोषणा की है |

पिछले महीने बरेली से स्मैक सप्लाई करने वाले बड़े ड्रग डीलर को गिरफ्तार करने के बाद अब स्मैक माफियाओ में राजधानी देहरादून में व्यवसायिक शिक्ष  ले रहे छात्रो को अपना निशाना बनाना सुरु कर दिया है | उत्तरकाशी पुलिस कप्तान मणिकांत मिश्र ने बताया कि पहले युवको को दोस्ती के नाम पर  फ्री में स्मैक ऑफ़र की  जाती है, और फिर एडिक्ट हो जाने के बाद उसे मजबूर किया जाता है कि वो खरीद कर स्मैक पिए |  इसके लिए पहले तो  युवक अपने जेब खर्चे से फिर घर वालो से मांग कर और अंत में चोरी करके भी अपने लिए नशे का इंतजाम करते है | इसमें से कई युवक स्मैक को बेचने का भी धंदा सुरु कर देते है ताकि प्रॉफिट में से अपने लिए नशे का इंतजाम कर सके |

शिव नगरी उत्तरकाशी को नशा मुक्त करने के अभियान में जुटी उत्तरकाशी पुलिस  जुटी हुई है | सभी संभावित तस्करों पर गुप चुप तरीके से नजर राखी जा रही है | कई मामलो में परिजनों को अपने बच्चो के स्मैक के आदी होने का पता तब चलता है जब पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर लेती है |

ऐसे मामलो में आईपीएस मणिकांत मिश्र ने परिजनों को सलाह दी है कि नशे का आदि होने कि जानकारी होने के बाद बच्चे से मारपीट की  बजाय उसे नशा  मुक्ति केंद्र ले जाने की  सलाह दी है | उन्होंने जनपद वासियों से अपील की है कि को परिवार नशा  मुक्ति केंद्र का खर्चा वहन करने के सक्षम नहीं है उनके लिए पुलिस कप्तान अपने स्तर से खर्चे की  व्यवस्था करेंगे |

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