राज्य निर्माण आंदोलनकारी आगामी 23 सितंबर को देहरादून में विधानसभा पर क्यों करेंगे सत्याग्रह?

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चिन्हित राज्य आंदोलनकारी समिति आंदोलनकारी 23 सितंबर को विधानसभा पर करेंगे सत्याग्रह धीरेंद्र प्रताप ने किया ऐलान।

हरीश असवाल नई दिल्ली

राज्य भर के राज्य निर्माण आंदोलनकारी आगामी 23 सितंबर को देहरादून में विधानसभा पर सत्याग्रह करेंगे। इससे का ऐलान करते हुए चयनित राज्य आंदोलनकारी समिति के केंद्रीय मुख्य संरक्षक और राज्य कांग्रेस के उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि यद्यपि राज्य सरकार के कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को पत्र लिखकर राज्य आंदोलनकारियों के चिन्हिकरण के मसले पर तत्काल कार्यवाही करने हेतु पत्र लिखा है और राज्य आंदोलनकारियों ने सुबोध उनियाल की पहल का स्वागत भी किया है परंतु उन्होंने कहा कि राज्य आंदोलनकारियों का 10% आरक्षण, आंदोलनकारियों को सम्मान पेंशन समान किए जाने व इसकी राशि कम से कम ₹10000 प्रति महीनाकिए जाने, उत्तराखंड की राजधानी गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाए जाने की मांग व मुजफ्फरनगर कांड के दोषियों को सजा दिलाया जाना ऐसे महत्वपूर्ण सवाल हैं जिन पर सरकार की ओर से कोई सकारात्मक पहल होती दिखाई नहीं देती ।

धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि इसी को लेकर कल रात 3:30 घंटे चली आंदोलनकारियों की वीडियो कॉन्फ्रेंस में राज्य आंदोलनकारियों ने फिर से सड़कों पर जाने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि यदि इस संबंध में 1 महीने के भीतर सरकार ने फैसला ना लिया तो आंदोलनकारी 23 सितंबर के विधानसभा के सत्याग्रह को “घेराव” में भी बदल सकते हैं। धीरेंद्र प्रताप ने बताया कि इस बीच आंदोलनकारियों ने एक अन्य प्रस्ताव पारित करके खटीमा के शहीद स्मारक को तहसील से हटाकर रेलवे पार्क में ले जाए जाने की साजिशों की निंदा की है और शहीद स्मारक को खटीमा तहसील में ही बनाए जाने का प्रस्ताव पारित किया है ।

धीरेंद्र प्रताप ने बताया कि 1 सितंबर को खटीमा कांड की बरसी में समिति के केंद्रीय अध्यक्ष हरि कृष्ण भट्ट अभियान समिति के अध्यक्ष अवतार सिंह बिष्ट व महिला समिति की अध्यक्ष सावित्री नेगी के नेतृत्व में शीर्ष नेताओं का एक 11 सदस्य दल खटीमा जाएगा और खटीमा शहीदों को श्रद्धांजलि देने के उपरांत समिति के शीर्ष नेता शहीद स्थल को लेकर मौके पर शहीद स्थल को हटाए जाने के विरोध में धरना देंगे ।उन्होंने बताया इस दल में इन नेताओं के अलावा ललित कांडपाल विक्की पाठक कार्यकारी अध्यक्ष अनिल जोशी जानकी प्रसाद ,जानकी गोस्वामी वंचित राज्य आंदोलनकारी समिति के केंद्रीय अध्यक्ष नरेश चंद्र भट्ट को भी शामिल किया गया है ।उन्होंने बताया कि 2 सितंबर को वे स्वयं आंदोलनकारियों के दल को लेकर मसूरी जाएंगे और शहीद स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित कर 23 सितंबर को देहरादून विधानसभा में होने वाले सत्याग्रह हेतु आंदोलनकारियों को “देहरादून चलो” का आह्वान करेंगे ।उन्होंने बताया देहरादून सत्याग्रह की जिम्मेदारी समिति के केंद्रीय संरक्षक जयप्रकाश उत्तराखंडी केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष पूर्व राज्य मंत्री सरिता नेगी कार्यकारी अध्यक्ष डॉ विजेंद्र पोखरियाल और देहरादून जनपद के अध्यक्ष विशंभर बौठियाल
अचिन्हित राज्य आन्दोलनकारी समिति के संरक्षक पूर्व राज्य मंत्री
मनीष नागपाल,पीयुष गौड और कमलेश रमन को सौंपी गई है। उन्होंने बताया कि कल रात हुई वीडियो कॉन्फ्रेंस में 3 दर्जन से अधिक शीर्ष राज्य आंदोलनकारियों ने भाग लिया। जिसमें तमाम 13 जनपदों के प्रमुख नेता और दिल्ली एनसीआर के अध्यक्ष मनमोहन शाह संरक्षक अनिल पंथ प्रवक्ता श्रीमती प्रेमा धोनी आदि नेता प्रमुख रूप से शामिल थे उन्होंने बताया कि उत्तराखंड से भगवती प्रसाद भट्ट चंपावत हरि कृष्ण भट्ट चमोली अनिल जोशी और अवतार सिंह बिष्ट उधम सिंह नगर सावित्री नेगी और अरुणा थपलियाल देहरादून श्रीमती कमला पांडे हरिद्वार श्री राजेंद्र बिष्ट नैनीताल राजेंद्र भट्ट पिथौरागढ़ डॉ विजेंद्र पोखरियाल और बाल गोविंद डोभाल उत्तरकाशी देवी प्रसाद व्यास ऋषिकेश, अल्मोड़ा द्वाराहाट से वीरेंद्र बजेठा और बागेश्वर से पूरन सिंह प्रमुख रूप से शामिल थे। उन्होंने बताया कि सरकार से बातचीत का रास्ता आंदोलनकारी खुला रखेंगे परंतु समय-समय पर सड़कों पर उतर कर वो अपना गांधीवादी संघर्ष जारी रखेंगे

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