अदालत मे जज की भूमिका ही सर्वोपरि होती है उनका अपना प्रोटोकॉल होता है और परिसर मे सभी को जज का सम्मान करना होता है किन्तु बुद्ध वार की साम गाजियाबाद कि कोर्ट मे ऐसा क्या हुआ कि सब लोग प्रोटोकॉल भूलकर बध हवास यहाँ वहां दौड़ने लगे ।
काले कोट धारी वकील और जजों से भरी अदालत मे ऐसा कौन आ गया कि तमाम अधिवक्ता और जज भी अपनी जान बचाने के लिए यहां वहाँ भागते नजर आए । हड़कंप का ये माहौल गाजियाबाद की जिद जिला अदालत परिसर का है जहां बुधवार श्याम करीब 4 बजे एक तेंदुआ जंगल से भटक कर अदालत परिसर मे घुस गया , जिसके बाद पूरे परिसर में ही हड़कंप मच गया । यहा वहा तेंदुए के हमले के बाद घायल लोगो का खून गिरा हुआ था और घायल अपने आप को अस्पताल ले जाने की गुहार लगा रहे थे । सूचना देने के बाद बन विभाग मौके पर तो पहुंचा पर बिना उपकरणों किसी तरह से अधिवक्ता और न्यायिक कर्मचारीयो ने तत्परता दिखाते हुए पुलिस चौकी के पास बनी सीढ़ी वाले शटर में तेंदुए को बंद कर दिया
मिली जानकारी के मुताबिक तेंदुए ने वकील और सिपाही समेत 10 लोगों पर हमला कर घायल कर दिया । । यहां वन विभाग के पास पर्याप्त उपकरण नहीं थे लिहाजा मेरठ टीम से जरूरी उपकरण मंगाये गया। करीब साढ़े चार घंटे कि कड़ी मस्साकत के बाद बाद वन विभाग की टीम ने बेहोश करके पकड़ लिया। और वकीलो ने राहत कि सांस ली ।