उत्तरकाशी : चिन्यालीसौड़ मे झील के किनारे एक और गाय गिरकर फंस चुकी है , इसकी देखा देखि और गाय भी किनारे तक जा रही है और उनके भी नीचे गिरने की संभावना बनी हुई है । आबादी वाले हिस्से मे झील के किनारे कोई बाड़ नहीं होने से कभी इंसान तो कभी गाय माता आओपनी जन से हाथ धोने को मजबूर हैं ।
देश की बिजली और सिंचाई की जरूरतों को पूरा करने वाले टिहरी बांध की झील मे डूबने वाले गाँव की समस्या अभी भी कम होने का नाम नहीं ले रही है। उत्तरकाशी के चिन्यालीसौड़ तक विस्तार ले चुकी टिहरी झील जल स्तर घटने के बाद कई आबादी वाले स्थान पर सु साइड पॉइंट बनकर रह गई है | चिन्यालीसौड़ के पीपल मंडी मे कई मासूम बच्चे इसके दलदल मे फँसकर अपनी जन गंवा चुके है इसके अलावा बड़ी तादाद मे गौवंस भी जाने अनजाने इसके तीखे ढाल से गिरकर अपनी जान गँवाने को मजबूर हो गए है | शनिवार को पालिका सभासद नरेंद्र सिंह नेगी को सूचना मिली कि झील के किनारे चार दिनो से एक गाय फंसी हुई है और भूख से तड़प रही है । मौके पर नगर पालिका की टीम बिना संसाधन के कोई बचाव कार्य सुरू नहीं कर सकी | दरअसल झील के कटाव से यहाँ खड़ी ढाल बन चुकी है जिस पर इंसान का उतरना संभव नहीं है और न ही कोई अन्य रास्ता यहा फंसी हुई गाय को बाहर निकालने का मिल पा रहा है । सभासद मे तहसीलदार को सूचना दी उन्होने भी गाय को बाहर निकालने के लिए जरूरी मशीन हाइड्रा मांगने का प्रयास किया जो उन्हे नहीं मिल सका प्रसासन की पूरी टीम चुनाव मे लगी हुई है लिहाजा गाय को उसके नसीब पर छोड़ दिया गया है ।