फर्रुखाबाद से एक बड़ी खबर मिल रही है |
थाना कमालगंज क्षेत्र के रसीदपुर गांव की एक महिला ने आरोप लगाया है कि उसे मारपीट कर ससुराल वालों ने घर से निकाल दिया है |
अपने मासूम बच्ची को छाती से चिपकाए ये महिला न्याय के लिए पुलिस के चककर काट रही है | महिला को ससुराल वालों ने घर से निकाल दिया तो थानेदार ने पाँच हजार रुपये रिश्वत मे लेकर समझौता कराने का भरोसा दिया पर महिला को न्याय नहीं मिला | इसी दौरान थाने के निरीक्षण के लिए पहुचे एसपी के सामने महिला ने अपना दुखड़ा रोया तो एसपी ने कानूनी दांव पेंच की लंबी कहानी सुनने के बाद सीओ को जांच सौंप दी है | बड़ा सवाल ये कि न्याय सबके लिए इस स्लोगन के साथ विधिक सेवा प्राधिकरण जन जागरूकता कर रहा है और जिम्मेदार पदो पर बैठे लोग गरीब और पीड़ित लोगो का भी खून चूसने से बाज नहीं आ रहे है ?
महिला से उसके बच्चों को छीन ससुराल वालों ने ने महिला को घर से निकाल दिया है | जिसके बाद न्याय के लिए महिला हफ्तों से थाने के चक्कर लगा रही थी | आरोप है कि पीड़ित महिला से थाने के दरोगा ने समझौता कराने के नाम पर 5 हजार रुपए की घूस ले ली और फिर भी समझौता नहीं कराया | पीड़ित महिला ने थाने के दरोगा अमित शर्मा व जितेन्द्र पटेल पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया है |
निरीक्षण के थाने मे पहुचे एसपी से महिला ने न्याय की गुहार लगाई | एसपी ने पत्रकारो को बताया कि पारिवारिक मामलो मे एफ़आईआर से पहले एक प्रक्रिया पूरी करनी होती है इसके बाद भी उन्होने सीओ को जांच कर आख्या देने को कहा है |