देहरादून। भारतीय सैन्य अकादमी में तैनात हवलदार के साथ प्लाट बेचने के नाम पर 13 लाख रुपये की धोखाधड़ी की गई है। जिस जमीन की डील हुई उस पर किसी और ने मकान बनाना शुरू किया तो धोखाधड़ी का पता लगा। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।
भारतीय सेन्य अकादमी की सशस्त्र प्रशिक्षण शाखा में तैनात हवलदार हरिश्चंद्र की शिकायत पर रामनरेश नौटियाल पुत्र रामकृष्ण नौटियाल निवासी गढ़ी कैंट के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है।
हरिशचंद्र का कहना है कि नवंब 2018 में उन्होंने राम नरेश नौटियाल से झाझरा में प्लॉट का सौदा नौ हजार रुपए प्रति गज के हिसाब से किया। एक माह के भीतर 12 लाख रुपये देने थे। बयाना के तौर पर दो लाख पचास हजार दिए। 10 लाख पर्सनल लोन लेकर 22 नवम्बर 2018 को नौ लाख पचास हजार दिए। 12 लाख देने के बाद बाकी, पैसा रजिस्ट्री के वक्त देने का समझौता हुआ। इसके बाद एक लाख रुपये 28 मार्च को दिए। जून माह में रजिस्ट्री के लिए कहा तो एक माह बाद करने की बात कह दी गई। बताया कि, जिस जमीन का सौदा किया था उस जमीन पर कोई और घर का निर्माण करने लगा। पता चला कि जमीन का असली मालिकाना हक राम नरेश के पास नहीं था। जमीन मालिक कृष्णा शर्मा निवासी विजयपुर हाथीबडकला निकले। जमीन के लिए कृष्णा शर्मा से बात की तो उन्होंने बताया कि वह प्लाट बेच चुके हैं। तीनों ने आपस में बैठकर बातचीत की तो दूसरा प्लाट दस हजार प्रति गज के हिसाब देने की सहमति हुई। समझौता हुआ कि, नौ हजार प्रति गज का पैसा देना होगा। शेष पैसा राम नरेश देगा। जिस पर तीनों की सहमति हुई। इसके बाद 15 फरवरी 2020 को रजिस्ट्री की तारीख तय की गई। समय पर रजिस्ट्री ना होने पर दोनों से सम्पर्क किया तो राम नरेश ने पैसा ना होने की बात कही। इसके बाद 6 और 7 लाख के दो चेक 30 मार्च 2020 के बाद के तारीख के दिए गए। पांच और छह जून 2020 को बैंक में चेक लगाया। राम नरेश के खाते में पैसा ना होने का कारण बाउंस हो गए। तहरीर पर पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।