भिलंगना में पंचायत प्रत्याशियों से 50 से 150 रुपये की अवैध वसूली, सोशल मीडिया से खुली पोल… डीएम सख्त, दोषी कर्मचारियों पर गिरी गाज!
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त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव-2025 में भ्रष्टाचार की बू अब सोशल मीडिया तक पहुंच गई है! टिहरी के भिलंगना ब्लॉक से वायरल हुए एक वीडियो ने सबको चौंका दिया — प्रत्याशियों से अदेयता प्रमाण पत्र के नाम पर अवैध वसूली हो रही थी!
अब डीएम नितिका खंडेलवाल के निर्देश पर दोषियों पर कार्रवाई शुरू हो गई है — और भ्रष्टाचार की दीवार दरकने लगी है।
📰 खबर विस्तार से
📹 वीडियो वायरल, जनता में आक्रोश!
सोशल मीडिया पर आए एक वीडियो ने सरकारी सिस्टम की पोल खोल दी। सरकारी कर्मचारी खुलेआम 50 से 150 रुपये तक वसूल रहे थे, जबकि नियम के मुताबिक सिर्फ ₹50 निर्धारित है — वो भी जिला पंचायत खाते में जमा होना चाहिए।
👩⚖️ डीएम का डंडा चला – भ्रष्टाचार पर सख्त प्रहार!
जैसे ही डीएम को यह मामला पता चला, उन्होंने तुरंत कार्रवाई के आदेश दे दिए।
जिला विकास अधिकारी मोहम्मद असलम ने बताया कि दोषी कर्मचारियों को तुरंत चुनाव कार्य से हटा दिया गया है।
“चुनाव लोकतंत्र का पर्व है, इसमें भ्रष्टाचार की कोई जगह नहीं!”
— नितिका खंडेलवाल, डीएम टिहरी
🔍 जांच अधिकारी नियुक्त, एक हफ्ते में रिपोर्ट तलब!
भ्रष्टाचार की पूरी परतें खोलने के लिए विशेष जांच अधिकारी तैनात कर दिए गए हैं। एक सप्ताह के भीतर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी। इसके साथ ही सभी विकास खंड अधिकारियों को सख्त चेतावनी जारी कर दी गई है।
💬 आम जनता का सवाल — “क्या वाकई ये नया उत्तराखंड है?”
स्थानीय ग्रामीण राजेश्वर भंडारी कहते हैं:
“हमें उम्मीद थी कि इस बार चुनाव साफ़-सुथरे होंगे, पर ये तो वही घिसा-पिटा सिस्टम है… जब तक ऊपर से एक्शन न हो, नीचे सब मनमानी करते हैं।”
📌 चुनाव से पहले ही ‘अविश्वास’ की दस्तक!
जिन कर्मचारियों पर निष्पक्ष चुनाव की ज़िम्मेदारी थी, वही रुपये की लालच में लोकतंत्र को दागदार कर रहे थे।
सिर्फ 50 रुपये की फीस को 150 रुपये में बदल देना – क्या ये छोटा अपराध है? नहीं! यह जनता के भरोसे की हत्या है।
🧭 कॉल टू रिफ्लेक्शन
पंचायत चुनाव सिर्फ एक प्रक्रिया नहीं, गांव की आत्मा का लोकतांत्रिक उत्सव है। अगर उसी की जड़ों में रिश्वत घुलने लगे, तो हमें खुद से पूछना होगा — क्या हम सच में सशक्त भारत की ओर बढ़ रहे हैं?
👉 यह केवल एक वीडियो नहीं… यह एक चेतावनी है।
अब समय है — सिस्टम से सवाल पूछने का, और सच का साथ देने का!