जब राफ्टिंग के दौरान पलट गई बोट – खतरे मे पड़ी जिंदगी

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जरा सी चूक से रोमांच से भरी River Rafting के दौरान,  जोखिम में पड़ सकती है जान, इन चार बातों का रखेंगे  ध्‍यान तो नहीं होना पड़ेगा  परेसान

भारत मे लोगों के बीच लगातार अडवेंचर स्पोर्ट्स का क्रेज बढ़ता जा रहा है। आजकल लोग ऐसे पर्यटन स्थलों की तलाश कर रहे हैं जहां पर वह वाटर स्पोर्ट्स का भी मजा ले सकें। भारत में कई ऐसी जगह हैं जहां पर हम प्रकृति के मनोरम दृश्य के साथ वाटर स्पोर्ट्स का पूरा आनंद ले सकते हैं। ऐसा ही एक स्थल है गंगोत्री सड़क मार्ग पर गंगा यमुना का माइका उत्तरकाशी

उत्तरकाशी की जोशीयाड़ा झील में रिवर राफ्टिंग की गतिविधि शुरू हो चुकी है। रोमांच से भरपूर इस साहसिक गतिविधि में जोखिम भी जुड़ा रहता है, इसलिए राफ्टिंग के दौरान सुरक्षा मानकों और निर्देशों का पालन करना भी जरूरी है। नवंबर अंत तक गंगा में राफ्टिंग के लिए मौसम अनुकूल रहता है। इसके बाद ठंडक बढ़ जाने पर फरवरी तक राफ्टिंग हल्‍की हो जाती है। यात्रा काल हो अथवा मेले का समय,  वीकेंड हो या  छुट्टियों यहाँ पर भारी संख्‍या में पर्यटक उत्तरकाशी  पहुंच सकते हैं। कोरोना महामारी के चलते विगत दो वर्षो से यहाँ मकर सक्रांति पर लगने  वाला माघ मेला नहीं हो सका, लिहाजा इस बार मेले को लेकर लोगो मे खूब उत्साह देखा जा रहा है

Byte दीपक बिजलवान अध्यक्ष जिला पंचायत

इस बार पर्यटन  विभागकी ओर से स्थानीय युवाओ को रिवर राफ्टिंग का निशुल्क प्रशिक्षण दिया गया । झील के किनारे पर्यटन को बढ़ावा देने और वेकेंड की छुट्टी  का आनंद लेने के लिए यहाँ आप  झील की लहरों पर कॉफी का आनंद ले सकते है और लहरों पर जल क्रीडा कर सकते है । चलिये आपको बताते है कि यदि आप राफ्टिंग के शौकीन है तो आपको किन बातों का ध्यान रखना होगा

राफ्टिंग के दौरान जरा सी चूक से पर्यटकों को जान भी जोखिम में पड़ सकती है। इसलिए:

  • रिवर राफ्टिंग के दौरान गाइड के प्रत्येक दिशा-निर्देश को सुने और उस पर अमल करें
  • गाइड की कमांड को फालो करने से आप रिवर राफ्टिंग को और अच्छी तरह से महसूस कर पाएंगे।
  • राफ्टिंग की शुरुआत से पहले ही आपको गाइड कई जरूरी बातें बताएगा, जिसे आपको राफ्टिंग के दौरान अच्छी तरह से फालो करना होगा।
  • ऐसा करने से बोट का संतुलन पूरी तरह से बना रहता है और आपके सफर को कोई खतरा भी नहीं होता है।
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  • राफ्टिंग के दौरान सुरक्षा के लिए लाइफ जैकेट और हेलमेट सही ढंग से पहनना बेहद जरूरी है।
  • अगर आपकी बोट राफ्टिंग के दौरान पलट जाती है तो यही हेलमेट आपको चोट लगने से बचाएगा।
  • वहीं लाइफ जैकेट पानी में तैरने में आपकी मदद करेगी।
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  • एक राफ्ट की क्षमता छह से आठ पर्यटकों की होती है, जिनके साथ एक गाइड रहता है।
  • इसलिए पूरी बोट का संचालन पर्यटकों और गाइड के हाथ में ही होता है।
  • यही वजह है कि राफ्टिंग के दौरान प्रत्येक व्यक्ति को एक चप्पू (पैडल) भी दिया जाता है।
  • यानी की राफ्टिंग एक टीम वर्क के साथ ही बेहतर हो पाती है। पैडलिंग की मदद से नाव को बेहतर बहाव मिलता है।
  • ऐसे में आपको गाइड के कहने के अनुसार ही चप्पू चलाना चाहिए।
  • राफ्टिंग के पहले गाइड आपको बोट का हैंडल पकड़ने और चलाने का सही तरीका बताते हैं।

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  • पानी के तेज बहाव और लहरों वाले रैपिड पर कई बार बोट पलट जाती है, यह एडवेंचर का ही एक हिस्सा होता है।
  • इसमें कई बार कोई साथी पानी में गिर जाता है।
  • ऐसे में अधिकांश पर्यटक घबरा जाते हैं और हड़बड़ी कर बैठते हैं, जिस कारण कई बार दुर्घटना का खतरा बढ़ जाता है।
  • आपने यदि सही ढंग से लाइफ जैकेट और हेलेमेट पहना है तो इस स्थिति में घबराने की नहीं बल्कि धैर्य के साथ काम लेने की जरूरत होती है।
  • आपका गाइड इतना प्रशिक्षित और अनुभवी होता है कि वह आपको और बोट को जल्द ही रेस्क्यू कर सकता है।

राफ्टिंग की साहसिक गतिविधि में यदि सुरक्षा तथा निर्देशों का पालन किया जाए तो यह गतिविधि पूरी तरह से सुरक्षित है।

 

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