पहाड़ो मे मे अतिथि की फूल मालाओ से स्वागत करने की वर्षो पुरानी परंपरा है । कोई नायक हो राजनैतिक नेता हो अथवा देश, जिला अथवा गाँव का नाम रोशन करने वाला कोई भी शख्स जब गाँव की सीमा मे प्रवेश करता है तो ग्रामीण उस का स्वागत इसी अंदाज मे करते है । मगर तो यहा नजारा कुछ और ही है किनका स्वागत हो रहा है वे कोई नेता नहीं है न हो कोई खिलाड़ी । तो फिर आखिर ये कौन लीग है जिनके स्वागत मे पूरा गाँव उमड़ आया है? और लोग इस छण को त्योहार की तर्ज पर मना रहे है ।
चलिये हम आपको बताते है कि ये लोग कौन है जिनका इस भब्य तरीके से स्वागत हो रहा है ।
उत्तरकाशी सालरा बेनोल मंदिर गर्भ ग्रह में दलित युवक के प्रवेश व मारपीट के संबंध में जेल भेजे गए पांचों आरोपितों को जेल से रिहाई मिलने के बाद मोरी में मंदिर समिति और ग्रामीणों ने ढोल नगाड़ों के साथ उनका स्वागत किया और उत्सव मनाते हुए उन्हें गांव तक ले गए ॥ग्रामीण ने इनकी जेल से रिहाई पर गांव के ग्रामीण त्यौहार मना रहे हैं ।
गौरतलब है कि 9 जनवरी 2023 को सालरा बेनोल मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश और पौराणिक उपासना पद्धति की सामग्री के साथ तोड़फोड़ और खंडित करने के आरोप के बाद गांव के ही दलित युवक आयुष से मारपीट के मामले में गांव के 5 लोग जेल भेजे गए थे ।
पांचों लोगों को शनिवार को जिला एवं सत्र न्यायाधीश उत्तरकाशी ने जमानत दे दी थी बीते रोज टिहरी जेल से रिहा होने के बाद मोरी पहुंचे पांचों आरोपियों का ग्रामीणों ने भव्य स्वागत करते हुए मंदिर में त्यौहार भी मनाया।
उत्तरकाशी जिले की यमुना घाटी का ये इलाका देवताओ के प्रभाव मे रहता है लोग कानून से ज्यादा अपने देवताओ पर भरोषा करते है और उनके लिए कुछ भी कर गुजरने को तैयार रहते है । देव आदेश का पालन से ही गाँव की परंपराए संचालित होती है । मंदिर और धार्मिक मान्यताओ का हर हाल मे ग्रामीण पालन करते है और यादीउ कोई व्यक्ति इसके खिलाफ जाता है तो आज के दौर मे भी ग्रामीण उसका सार्वजनिक रूप से बहिसकार करते है और वो व्यक्ति अथवा परिवार गाँव और इलाके से अलग थलग पड़ जाता है । ऐसे ही मामले मे मंदिर मे विवाद के बाद पाँच लोगो को कानून ने आरोपी बनाकर जेल भेजा तो ग्रामीणो ने रिहाई पर फूल मालाओ से उनका स्वागत इस अंदाज मे किया